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Showing posts from February, 2019

Coal | कोयला

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Coal | कोयला   प्रकृति में कोयले का निर्माण लगभग तीन सौ मिलियन  वर्ष पूर्व पेड़ पौधों, जीव जन्तु प्राकृतिक आपदाओं के कारण भूमि में दब गए | जैसे जैसे वे गहरे होते गए भूगर्भ का ताप व दाब बढ़ता गया | भूगर्भ में दबे ये जीव जन्तु एवं पेड़ पौधे कालांतर में उच्च ताप व उच्च दाब के कारण कोयले में बदल जाते है | अत्यधिक दाब के कारण कोयला पत्थर जैसा कठोर हो जाता है इस लिए ये पृथ्वी से खनिज के रूप में निकाला जाता है | Coal mine,dhanbad कोयला एक ठोस कार्बनिक पदार्थ है जिसका उपयोग ईंधन के रूप में किया जाता है |  ऊर्जा  के प्रमुख स्रोत के रूप में कोयला बहुत महत्वपूर्ण है| उपयोग की जाने वाली कुल  ऊर्जा  का 35% से 40% कोयले से सतर्क है| विभिन्न प्रकार के कोयले में  कार्बन  की मात्रा अलग-अलग होती है| अन्य दहनशील और उपयोगी पदार्थ भी कोयले से प्राप्त होते हैं| ऊर्जा के अन्य स्रोतों में पेट्रोलियम और उसके उत्पाद का नाम सर्वोपरि है| Coal का बनना   जली  हुई लकड़ी को बुझाने से भी  'कोयला' बनता  है| उस खनिज पदार्थ को कोयला भी कहा जाता है जिसे...

Galileo Galilei | गैलीलियो गैलिली

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गैलीलियो गैलिली (15 फरवरी 1564 - 8 जनवरी 1642) गैलीलियो गैलिली  गैलीलियो गैलिली का जन्म इटली के पीसा (उस समय डची ऑफ फ्लोरेंस का हिस्सा) में 15 फरवरी 1564 को हुआ था | पीसा नामक शहर में 1564 ई में जन्मे गैलीलियो गैलिली लगभग चार शताब्दी पूर्व यूरोप में हुई वैज्ञानिक क्रांति के सूत्रधार थे |  गैलीलियो गैलिली ने त्वरण की संकल्पना की | गैलीलियो गैलिली ने पिण्डो की समतलों पर गति अथवा मुक्त रूप से गिरते पिण्डो की गतियों के प्रयोग द्वारा उन्होंने अरस्तु की धारणा की किसी पिण्ड को गतिमान रखने के लिए बल की  आवश्यकता होती है तथा भारी पिण्ड हल्के पिण्ड की तुलना में  गुरुत्व बल के प्रभाव से तिर्वतर गति से गिरते है, का खंडन किया | इस प्रकार उन्होंने जड़त्व के नियम की खोज की जो आइजक न्यूटन के युगान्तरीय कार्य का आरम्भ बिंदु था |  Galileo Galilei | गैलीलियो गैलिली गैलीलियो गैलिली के खगोलिकी के क्षेत्र में अविष्कार भी उतने ही क्रन्तिकारी थे 1609 ई. में उन्होंने अपना दूरदर्शी (जिसकी खोज पहले हॉलेण्ड में हुई  थीं ) स्वयं बनाया तथा उनका उपयोग उन्होंने अपने कई...

सर आइजक न्यूटन

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सर आइजक न्यूटन  सर आइजक न्यूटन का जन्म 1642 ई. में इंग्लैण्ड के वूल्स्थोर्पे (Woolsthorpe) नामक शहर में हुआ|  न्यूटन का जन्म उनके पिता की मृत्यु के तीन महीने बाद हुआ था, वह एक समृद्ध किसान थे, उनका नाम भी  आइजक न्यूटन था। विधालयी  जीवन में उनकी अदभूत गणितीय प्रतिभा तथा यांत्रिक अभिरुचि अन्य लोगों से छिपी रही | 1662 ई. में स्नातक पूर्व अध्ययन के लिए वे कैम्ब्रिज गए | सर आइजक न्यूटन   सन 1669 ई. में प्लेग-महामारी फैलने के कारण विश्वविद्यालय बंद करना पड़ा और न्यूटन अपनी मातृभूमि वापस लौट आए |इन दो वर्षो के एकाकी जीवन में उनकी प्रसुप्त सृजनात्मक शक्ति विस्फुटित हुई |गणित तथा भौतिकी के मूल आविष्कारों: ऋणात्मक तथा भिन्नात्मक घातांको के लिए द्विपदी प्रमेय, अवकल गणित का आरंभ, गुरुत्वकर्षण का व्युत्क्रम वर्ग नियम, शवेत प्रकाश का स्पेक्ट्रम आदि की बाढ़-सी आ गई | दो वर्ष बाद कैम्ब्रिज लौटने पर उन्होंने प्रकाशिकी में अपने आविष्कारों को आगे बढ़ाया तथा परावर्ती दूरदर्शक की रचना की |  यांत्रिकी में, न्यूटन ने संवेग तथा कोणीय संवेग दोनों के संरक्षण के सिद...

न्यूटन के गति के नियम | Newton's laws of motion

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न्यूटन के गति के नियम | Newton's laws of motion  सर आइजक न्यूटन  आइजक न्यूटन का जन्म 1642 ई. में इंग्लैण्ड के वूल्स्थोर्पे(Woolsthorpe) नामक शहर में हुआ | 1662 ई. में स्नातक पूर्व अध्ययन के लिए वे कैम्ब्रिज गए | सन 1669 ई. में प्लेग-महामारी फैलने के कारण विश्वविद्यालय बंद करना पड़ा और न्यूटन अपनी मातृभूमि वापस लौट आए | दो वर्ष बाद कैम्ब्रिज लौटने पर उन्होंने प्रकाशिकी में अपने आविष्कारों को आगे बढ़ाया तथा परावर्ती दूरदर्शक की रचना की | न्यूटन ने अपने वैज्ञानिक आविष्कारों को 1684 ई. में लिखना आरंम्भ किया और "दी प्रिंसीपिया मैथेमेटिका" नामक महान ग्रंथ की रचना की जो किसी भी काल में रचे गए महानतम ग्रंथो में से एक माना जाता है | इसी ग्रंथ में न्यूटन ने गति के तीनो नियमों तथा गुरुत्वाकर्षण के सार्वत्रिक नियम का प्रतिपादन किया है  सन 1706 ई. में न्यूटन ने एक अन्य उत्कृष्ट ग्रंथ "ऑप्टिक्स" प्रकाशित किया जिसमे उन्होंने अपने प्रकाश तथा वर्ण संबंधि कार्य का सार प्रस्तुत किया | न्यूटन के गति के नियम | Newton's laws of motion क्या किसी पिण्ड की एकस...

विभाज्यता के नियम | Rule of Divisibility | उदहारण के साथ

विभाज्यता के नियम (Rule of Divisibility) विभाज्यता के नियमों से किसी भी संख्या को हम बहुत आसानी से पहचान सकते है की यह कोई संख्या से विभाजित होंगी या नहीं जैसे :- 9509336,दि गई निम्न मे से किस संख्या से विभाजित है a) 7 b) 5 c) 4 d) 3 ऐसे प्रश्रों को आसानी से एवं कम समय मे हल करने के लिए भाजकता नियमों की आवश्य्कता होती है! अब हम भाजकता के नियमों को उदाहरण के समझेंगे:- विभाज्यता के नियम (Rule of Divisibility) • 2 से विभाजित=  इकाई अंक सम होना चाहिए उदाहरण :- 3476, यह संख्या 2 से भाज्य है क्योंकि संख्या का इकाई अंक सम है | • 3 से विभाजित =  अंको के योग मे 3 का भाग जाना चाहिए  उदाहरण :-7608,यह संख्या 3 से विभाजित है क्योंकि अंको का योग (7+6+0+8=21) भी 3 से विभाजित हो रहा है| • 4 से विभाजित =  अंतिम दो अंको मे 4 का भाग जायेगा  उदाहरण :-73524,यह 4 से विभाजित है क्योंकि अंतिम दो अंको मे 4 का भाग जा रहा है अतः यह पूरी संख्या भी 4 से विभाजित होंगी| • 5 से विभाजित =  इकाई अंक 0 या 5 होने पर उस संख्या मे 5 का भाग जायेगा| उदाहरण ...

अदिश और सदिश राशियाँ | Scalar and Vector quantities

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अदिश और सदिश राशियाँ | Scalar and Vector quantities सामान्यतः किसी भी  भौतिक राशि  को उसके मात्रक एवं आंकिक मान द्वारा व्यक्त करते है|कुछ भौतिक राशियों को व्यक्त करने के लिए,  भौतिक राशि के आंकिक मान के साथ-साथ दिशा की जानकारी भी आवश्यक है| सामान्यतः भौतिक राशियों को दो भागों में वर्गीकृत किया गया है| अदिश राशियाँ  सदिश राशियाँ  अदिश और सदिश राशियाँ ( Scalar and Vector quantities) अदिश राशियाँ (scalar quantities) जिन भौतिक राशियों को व्यक्त करने के लिए केवल परिमाण की आवश्यकता होती है, अदिश राशियाँ कहलाती है|इन राशियों मे दिशा बोध नहीं होता है| द्रव्यमान, समय, चाल, घनत्व , ऊर्जा, शक्ति, आयतन, ताप, दाब,  विधुत धारा  आदि इसके उदाहरण है|जैसे किसी वस्तु का द्रव्यमान 10 kg है तो इसको व्यक्त करने करने के लिए किसी दिशा की आवश्यकता नहीं है| सदिश राशियाँ (vector quantities) कई भौतिक राशियाँ इस प्रकार की होती है की केवल परिणाम से हमें उनके बारे मे पूर्ण जानकारी प्राप्त नहीं होती है| इसे हम एक उदाहरण से समझ सकते है- M द्रव्यमान क...